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मौजुद है कुछ लम्हे जिंदगी के आओ जिले जरा कौन किस को कब छोड जाए ये किस को पता।

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वैल्यू उनकी करो

              वैल्यू उनकी करो             जो तुम्हारी प्रवाह करते हैं        उनकी नहीं जो तुम्हें इग्नोर करते हैं

वो तकलीफ जो बया नहीं होती है💔

मोहब्बत भी सलीके से करो तो इबादत बन जाती है, mera apne alfaz,

मोहब्बत भी सलीके से करो तो इबादत बन जाती है गुनाहों के राहो से मोडकर इंसानों को फरिश्ता बना देती है