सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

ओरिजिनल बेस्ट शायरी लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

खाली दिल था , मेरे अपने अल्फ़ाज़

एक खाली दिल था मेरा  जिसे भी रखा चोट का निसान दे गया Ek Khali Dil tha Mera jise bhi Rakha chot ka Nishan de Gaye

दूर होकर, मेरे अपने अल्फ़ाज़

 दूर होकर मुझे बदनाम करें तो कोई गम नहीं पर पास हो कर तू जो खंजर खोपे मौत से कम नहीं Door door hokar mujhe Badnaam kare to koi gam nahin per pass hokar tu Jo khanjar ghope maut se Kam nahin 

उम्मीद इतनी करो , मेरे अपने अल्फ़ाज़

 उम्मीद इतनी करो खुद से किसी का दिया हुआ धोखा भी तुम्हें तोड़ ना पाये  ऐसे चलो राह पर कोई काटा भी चुभे तुम्हें रोकना पाये Umeed itni karo khud se kisi ka Diya hua Dhokha bhi tumhen Tod Na paye Aise chalo Raha per koi Kata bhi chubhe tumhen rok Na paye