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जनवरी, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

जख्म जो गहराई तक लगे है, मेरे दर्द मेरे अल्फाज़,

   जख्म जो गहराई तक लगे है वो बाहर से नहीं दिखलाई देते किसी को चाहने की सजा उसके दूर जाने पर भी दिखती है।

हम जिंदगी से लिए भी उदास हो जाते हैं ज़िंदगी पर शायरी,

chup hu me 💔

जब तुम किसी का प्यार खो देते हो,

जब तुम किसी का प्यार खो देते हो तो वो इंसान आपके पास होकर भी आप से दूर हो जाता है वो अपने दिल में एक कबर बना लेता है फिर आप कितना भी उस प्यार को ढूंढो वो प्यार आपको दोबारा नहीं मिला 

#mere apne alfaz

लिखना चाहती हूं में कुछ अल्फाज पर लिख नहीं पति हूं ये वो अल्फाज है जिन्हे में बोल नहीं पति हूं। खामोस हु खामोस रहने दो लफ्जों के बजाये ये आंखें बोल जाति है

वो तकलीफ जो बया नहीं होती है💔

mere apne alfaz

Mujhe samajh ne wala koi nahi hai.me akli hu mera koi nahi. roti hu apne aasu khud hi pochti hu sayad mera koi nahi. haq hai jis par wo prayasa hai jiske saath mene apna aasiya banaya hua hai.

mere apne alfaz

लिखना चाहती हूं में कुछ अल्फाज पर लिख नहीं पति हूं ये वो अल्फाज है जिन्हे में बोल नहीं पति हूं। खामोस हु खामोस रहने दो लफ्जों के बजाये ये आंखें बोल जाति है

mere apne alfaz

dard ko chupana ab sikh liya hai💔