सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

# haar kar bhi muskuraugi

तू लाख सजीश रच चलाकी चल मुझे हराने की में तुझे अपने किरदार से हारुंगी अपने इमान से हारुंगी में है इस तरह से हारुगी की में हार कर भी  मुस्कुराउंगी

Tu lakh sajis rach chalakiya chal mujhe hrane ki me tujhe apne kirdar se hraugi apne Imaan se hraugi me is trah se harugi  ki me haar kar bhi muskuraugi

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

उम्मीद इतनी करो , मेरे अपने अल्फ़ाज़

 उम्मीद इतनी करो खुद से किसी का दिया हुआ धोखा भी तुम्हें तोड़ ना पाये  ऐसे चलो राह पर कोई काटा भी चुभे तुम्हें रोकना पाये Umeed itni karo khud se kisi ka Diya hua Dhokha bhi tumhen Tod Na paye Aise chalo Raha per koi Kata bhi chubhe tumhen rok Na paye

वैल्यू उनकी करो

              वैल्यू उनकी करो             जो तुम्हारी प्रवाह करते हैं        उनकी नहीं जो तुम्हें इग्नोर करते हैं

# बेबस मोहब्बत

हमेशा उस इंसान को तकलीफ क्यों मिलती है जो इमानदारी से रिश्ता निभाता है क्यों उसे ही जिल्लत मिलती है जो रिशतो को निभाता है